भारत अपने-आप में एक महान देश है, इस देश में एसे अद्भुत देखने लायक़ नज़ारे है जो आपके मन को सोचने पर मजबूर कर देते है, की प्राचीन काल में इसका निर्माण केसे हुआ होगा। तो आज हम एसे ही भारत के 7 अजूबों के बारे में आपको जानकारी देने वाले है।
आप दुनिया के सात अजूबों के बारे तो जानते होगे और आपको ये भी पता होगा की उसका चयन वोटिंग के ज़रिए हुआ था। भारत में भी कुछ इसी प्रकार से ही सात अजूबों को चुना गया था। टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) समाचार पत्र ने सात महान आश्चर्यों का 21 से 31 जुलाई 2007 के बीच एक मोबाइल मेसेज द्वारा मतदान करवाया था।
इस चुनाव के बाद भारत को 7 अजूबे मिले जो भारत के लोगों ने चुने थे।
भारत के सात अजूबे । 7 Wonders Of The India
- 1 श्रवणबेलगोला या गोमतेश्वर
- 2 स्वर्ण मंदिर या हरिमन्दिर साहिब
- 3 ताज महल
- 4 हाम्पी
- 5 कोणार्क
- 6 नालंदा
- 7 खजुराहो
1 श्रवणबेलगोला या गोमतेश्वर

यह मूर्ति जैन संत बाहुबली के नाम से जानी जाती है जो कर्नाटक राज्य के श्रवणबेलगोला शहर के पास चंद्रगिरी पहाड़ी की चोटी पर स्थित एक ही पत्थर से निर्मित विशालकाय मूर्ति है। इस मूर्ति का निर्माण लगभग 983 ई. में गंगा राजा रचमल के एक मंत्री चामुण्डाराया ने करवाया था।
इस पूरी मूर्ति को सफ़ेद ग्रेनाईट के एक ही पत्थर से काटकर बनाया गया है। अगर बात करे इस मूर्ति की ऊँचाई की तो वो 60 फ़िट है, और इस मूर्ति तक पोहचने के लिए 618 सीढिया बनाई गई है।
इसके अलावा हर साल लाखों लोग इसे देखने आते है, और इतना ही नहीं प्रत्येक १२ वर्ष में एक बार श्रद्धालुओं द्वारा महामस्तकाभिषेक उत्सव मनाया जाता है जिसमें इसका अभिषेक किया जाता है।
2 स्वर्ण मंदिर या हरिमन्दिर साहिब

देखने में अतिसुन्दर, विशालकाय ओर भव्य मंदिर सांस्कृतिक रूप से सिखों का महत्त्वपूर्ण तीर्थस्थान है। अमृत सरोवर से चारों तरफ से घिरा हुआ, चार प्रवेश द्वार वाला भारत अनमोल अजूबा है।
अगर बात करे इस मंदिर के निर्माण की तो सिखों के चौथे गुरु रामदास ने 1577 ई. में खुदाई की जो बाद में अमृतसर बना ओर समय के साथ यह भगवान का केंद्र बना, जहां हर वर्ष हज़ारों श्रद्धालु आते है। इसकी ख़ास बात ये है की यह हर धर्म के लोग आ सकते है।
इस मंदिर की दीवारों को लकड़ी, सोने और चाँदी से सजाया गया है। यह गुरुद्वारा सिर्फ भारत में नहीं परंतु विश्वभर में प्रसिद्ध है।
3 ताज महल

दुनिया के 7 अजूबों में से एक भारत का ताज कहे जानेवाला ताज महल भारत का भी एक अजूबा है। सफ़ेद संगेमरमर से बना, देखने में अद्भुत ओर अतिसुंदर है। इसे प्यार का प्रतिक भी कहा जाता है, क्योंकि शाहजहां ने अपनी पत्नी मुमताज़ के याद में बनाया था।
इस अद्भुत नज़ारे को बन्ने में वर्षों का समय लग गया था। आज प्रतिवर्ष लाखों लोग इस देखने के लिए देश ओर विदेश से आते है।
आपको बता दे हज़ारों मज़दूरों ने रात दिन काम करके इसे बनाया था जिसमें लगभग १५ वर्ष लग गए थे , अंत में राजा ने मज़दूरों के हाथ काट दिए थे क्योंकि दूसरा ताजमहल न बन सके।
4 हाम्पी

उस समय दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा शहर था। भारत के सात अजूबों में से एक, हाम्पी एक पोराणिक मंदिर है जो कर्नाटक में स्थित है। ये मंदिर बहोत पुराना है और वास्तुकला का अंश है।
हम्पी 1500 इ.स के आसपास विजयनगर साम्राज्य की राजधानी हुआ करती थी। हम्पी यहां के प्राचीन मंदिरों, किलों और अन्य स्मारकों के कारण यूनेस्को में विश्व धरोहर का स्थान मिला है।
हाम्पी में 5 मंदिर जो आपको एक बार अवश्य देखने चाहिए
- विरुपाक्ष मंदिर
- विजया विट्ठल मंदिर
- यन्त्रोधरक हनुमान मंदिर
- लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर
- हेमकुटा पहाड़ी मंदिर परिसर
5 कोणार्क

13वीं सदी में बना, भारत की वास्तुकला का अद्भुत उदाहरण जो हिंदू सूर्य देवता सूर्य को समर्पित है। यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल, कोणार्क सूर्य मंदिर अपनी कला के लिए प्रसिद्ध है।
मंदिर में बारह पहियों और सात घोडे है, घोड़ों को सप्ताह के सात दिनों और बारह पहियों एक वर्ष के बारह महीनों के प्रतीक के रूप में की गई थी।
काला शिवालय (Black Pagoda)कहा जाने वाला, जिसे काले ग्रेनाइट में बनाया गया था। आज वर्तमान समय में भारत के ओडिशा राज्य में पुरी जिले स्थित है। भारत का महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल जिसे हज़ारों लोग देखने आते है।
6 नालंदा

आज से कुछ वर्ष पूर्व ज्ञान का प्रतीक कहा जाने वाली नालंदा विश्वविद्यालय जिसमें लगभग 10000 छात्रों को 2000 शिक्षक अध्धयन कराते थे। आज वो भारत का एक आजुबा है। ये एतिहासिक विश्वविद्यालय भारत के बिहार राज्य की राजधानी से १०० किलोमीटर दूर मगध क्षेत्र में स्थित है
यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल है। जो हज़ारों लोगों का पर्यटन स्थल बन गया हे। नालंदा जिले को बिहारशरीफ के नाम से से भी जाना जाता है।
एसा माना जाता है की नालंदा विश्वविद्यालय में वेद, तर्कशास्त्र, व्याकरण, चिकित्सा, मेटा-भौतिकी, गद्य रचना और बयानबाजी का अध्यन करवाया जाता था।
7 खजुराहो

अपनी वास्तुकला के लिए देश विदेश में प्रसिद्ध मध्यप्रदेश का अद्भुत नजारा, जहां हिन्दू और जैन धर्म की कामुक मूर्तिओ का अनोखा संगम देखने को मिलता है। इसके साथ-साथ यूनेस्को की विश्व धरोहर स्थल भी हैं।
आपनी सुंदर वास्तुकला और महिलाओ की पौराणिक और देवताओं की सुंदर मूर्तियों के लिए आपने आप में प्रसिद्ध है। इसमें से बहोत सारी मूर्तियाँ खंडित हो गई है। ये भी भारत के ७ अजूबों में से एक माना जाता है जिसे हज़ारों लोग देखने आते है।
आपके द्वारा पूछे गए कुछ सवाल(FAQ)
गोमतेश्वर में किसकी मूर्ति है?
यह मूर्ति जैन संत बाहुबली की है जो भारत के कर्नाटक राज्य में स्थित है।
भारत के सात अजूबों का चयन किसने किया था?
टाइम्स ऑफ इंडिया (TOI) समाचार पत्र ने 2007 में एक मोबाइल मेसेज द्वारा मतदान करवाया था।
भारत के सात अजूबों के नाम क्या है?
भारत के सात अजूबों के नाम
गोमतेश्वर- कर्नाटक
हम्पी- कर्नाटक
हरमंदिर साहिब स्वर्ण मंदिर- पंजाब
खजुराहो- मध्य प्रदेश
कोणार्क सूर्य मंदिर- उड़ीसा
नालंदा- बिहार
ताजमहल- उत्तर प्रदेश
हाम्पी में 5 देखने लायक़ मंदिर कोनसे है?
विरुपाक्ष मंदिर
विजया विट्ठल मंदिर
यन्त्रोधरक हनुमान मंदिर
लक्ष्मी नरसिम्हा मंदिर
हेमकुटा पहाड़ी मंदिर परिसर
खजुराहो में किसकी मूर्तियाँ है?
खजुराहो में हिन्दू और जैन धर्म की कामुक मूर्तिओ का अनोखा संगम देखने को मिलता है।
समीक्षा
ये थे भारत के सात अजूबे जो विश्वभर में आपनी अलग पहचान प्राप्त की है। ये सात अजूबों भारत को आपनी प्राचीन वास्तुकला की याद दिलाते है। अगर आपने ये भारत के अद्भुत अजूबों को नहीं देखा है तो एक बार जाकर ज़रूर देखे।
मज़े उम्मीद हे की आपको ये लेख पसंद आया होगा अगर अभी भी आपके मन में कोई सवाल हे तो आप हमें ज़रूर पूछ सकते है और आपने दोस्तों की साथ साझा करना ना भूले।