भारत को नदियों का देश कहा जाता है, एसा हम इसलिए कह रहे है की भारत में लगभग 200 से अधिक छोटी-बड़ी नदियाँ है जो भारत को एक अलग पहचान देतीं है। परंतु आज हम सब नदियों के बारे में चर्चा नहीं करने वाले लेकिन आज हम आपको भारत की सबसे बड़ी और लम्बी नदी के बारे में बात करेंगे।
भारत के भूगोल का ज्ञान आपको होना बहोत ज़रूरी है, अगर आप भी यह जानना चाहते है की भारत की सबसे बड़ी नदी कोनसी है तो यह पूरा लेख को पड़े।
नदियाँ हमारे जीवन में बहोत उपयोगी है। आपको बता दे की नदियों को भारत में आस्था के रूप में देखा जाता है। इसके उपरांत कृषि क्षेत्र में नादिया बहोत उपयोगी है।
भारत की सबसे लंबी नदी कौनसी है?
गंगा नदी भारत की सबसे बड़ी और लंबी नदी है, इसकी कुल लंबाई 2,525 किलोमीटर है, जो 2,071 किलोमीटर तक भारत और बाक़ी का भाग बांग्लादेश में है। गंगा नदी के बाद भारत की दूसरी सबसे बड़ी और लंबी नदी गोदावरी है जिसकी भारत में लंबाई 1,465 किलोमीटर है।
सिंधु नदी गंगा नदी से भी लंबी है, परंतु उसका 1,114 किलोमीटर का बहाव ही भारत में है बाक़ी का तिब्बत और पाकिस्तान में है।
भारत की 10 लंबी नदियों की लिस्ट
नदी के नाम | भारत में लंबाई(किमी) | कुल लंबाई(किमी) |
गंगा नदी | 2,071 | 2,525 |
गोदावरी नदी | 1,465 | 1,465 |
कृष्णा नदी | 1,400 | 1,400 |
यमुना नदी | 1,376 | 1,376 |
नर्मदा नदी | 1,312 | 1,312 |
सिंधु नदी | 1,114 | 3,180 |
ब्रह्मपुत्र नदी | 914 | 2900 |
महानदी | 900 | 900 |
कावेरी नदी | 805 | 805 |
ताप्ती नदी | 724 | 724 |
भारत की 10 प्रमुख नदियों की जानकारी
गंगा नदी (Ganga River)

गंगा नदी भारत की पवित्र नदियों में से एक है, जिसकी कुल लंबाई 2,525 किलोमीटर है। गंगा नदी के साथ आठ उपनदियाँ जुड़ी हुई महाकाली, करनाली, कोसी, गंडक, सरयू, घाघरा, यमुना, सोन नदी, महानंदा का समावेश होता है।
गंगा नदी भारत से लेकर बांग्लादेश तक जाती है। नवम्बर, 2008 में भारत सरकार द्वारा इसे भारत की राष्ट्रीय नदी घोषित किया है। गंगा नदी के जल(गंगाजल) को उतम जल माना जाता है।
गंगा जल वर्षों तक ख़राब नाहीं होता है और शुभ कार्यों में इसका उपयोग किया जाता है।
प्रयागराज और हल्दिया के बीच के 1,620 किलोमीटर गंगा नदी के मार्ग को राष्ट्रीय जलमार्ग भी घोषित किया गया है।
गोदावरी नदी (Godavari River)

तेलुगु भाषा से नामकारण वाली जिसका अर्थ “मर्यादा” होता है।
गंगा नदी के बाद गोदावरी 1465 किलोमीटर लंबी भारत की दूसरी सबसे लंबी नदी है। ये नदी पश्चिमी घाट की पहाड़ी से निकल कर अंत में बंगाल की खाड़ी में समा जाती है।
अगर बात करे इसकी गहराई की तो औसत गहराई 17 फीट है। अधिकतम गहराई 62 फीट (89मीटर) है।
ये नदी मछली और क्रस्टेशियंस के लिए एक महत्वपूर्ण माना गया है। ये नदी आमतोर पर चार राज्यों को जोड़ती है जिसमें महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों का समावेश होता है।
कृष्णा नदी (Krishna River)

महाभारत सभापर्व में भी इसका ज़िक्र हुआ है। कृष्णा नदी को “कृष्णवेणा” कहा जाता था।
‘गोदावरी कृष्णवेणा कावेरी च सरिद्वारा’।
पश्चिमी घाट के पर्वत महाबलेश्वर से शुरू होकर बंगाल की खाड़ी में सामने वाली भारत की तीसरी सबसे बड़ी नदी है। कृष्णा नदी 1,400 किलोमीटर लंबी है।
डेल्टा नामक बांध जो विजयवाड़ा स्थित है जो पानी के बहाव को नियंत्रित करता है। अगर बात करे सिंचाई की तो वो इतनी ज़्यादा ख़ास नहीं है। ये नदी का बहाव मिट्टी को काटता जिससे पर्यावरण को नुक़सान होता है।
अगर बात करे इसके सहायक नदियों की तो उत्तर में भीमा और दक्षिण में तुंगभद्रा हैं।
यमुना नदी (Yamuna River)

भारत की धार्मिक नदी जिसे करोड़ों लोग आस्था के रूप में देखते है, जो भारत की चोथी सबसे लंबी नदी है इसकी लंबाई 1,376 किलोमीटर है।
गंगा की सबसे बड़ी सहायक नदी जो गंगा से अंत में मिल जाति है। इस नदी के साथ बहोत सारी पौराणिक कथा ये जुड़ी हुई है। गर्ग संहिता में इसके पाँच नामों का वर्णन किया है जो कुछ इस प्रकार है: पटल,पद्धति, कवय, स्तोत्र, सहस्त्र।
इस नदी के किनारे दिल्ली, आगरा, मथुरा और इलाहाबाद जैसे शहर बसे हुए हैं। दुनिया के सात अजूबों में से एक ताजमहल इस नदी के किनारे स्थित है।
नर्मदा नदी (Narmada River)

उल्टी दिशा में यानी पूर्व से पश्चिम की ओर बहने वाली भारत कि पांचवीं सबसे बड़ी नदी है। नर्मदा नदी “मध्य प्रदेश की जीवन रेखा” भी कहा जाता है, क्योंकि कृषि और अन्य क्षेत्र में इसका बहोत योगदान है।
अगर बात करे इसके लंबाई की तो वे लगभग 1,312 किलोमीटर है जो मध्यप्रदेश से गुजरात होते हुए अरब सागर में विलीन हो जाती है।
इस नदी के किनारे गुजरात का बड़ोदरा और जबलपुर जेसे शहेर बसे हुए हैं। पौराणिक कथाओं के अनुसार नर्मदा नदी राजा मैखल की पुत्री है। इस नदी को रेवा के नाम से भी जाना जाता है।
इस नदी का धार्मिक महत्व होने के कारण इस पवित्र नदी को “माँ नर्मदा” भी कहा जाता है।
सिंधु नदी (Indus River)

अगर आप इसे भारत की सबसे बड़ी नदी कहेंगे तों ग़लत नहीं होगा, क्योंकि कुल लंबाई 3,180 किलोमीटर है परंतु भारत में इसका व्याप 1,114 किलोमीटर तक ही है।
सिंधु नदी मानसरोवर के निकट से निकलके लद्दाख, गिलगिट और बाल्टिस्तान के इलाकों से होकर पाकिस्तान में जाती है। अगर बात करे इसकी सहायक नदियों की तो उसमें जास्कर, सोन, झेलम, चिनाब, रवि, सतलज और बीस समावेश होता है।
सिंधु नदी प्राचीन सभ्यता के लिए बहोत उपयोगी थी इसमें सिंधु घाटी सभ्यता सबसे पहले शहरी सभ्यताओं में से एक थी।
ब्रह्मपुत्र नदी (Brahmaputra River)

ब्रह्मपुत्र नदी की कुल लंबाई 2,900 किलोमीटर है परंतु भारत में इसका व्याप 914 किलोमीटर तक ही है। अगर बात कैरी इसकी उपनदियों की तो सुवनश्री, तिस्ता, तोर्सा, लोहित, बराक आदि का समावेश होता है।
ब्रह्मपुत्र नदी बहोत गहेरी है इसकी अधिकतम गहराई 380 फीट है। भारत के अरुणांचल प्रदेश, नागालैंड, मेघालय सिक्किम, असम और और पश्चिम बंगाल में बहती है और अंत में बंगाल की खाड़ी में समा जाती है।
ये मध्य और दक्षिण एशिया की प्रमुख नदियों में से एक है, बांग्ला भाषा में इसे जमुना भी कहते है।
महानदी(Mahanadi River)

भारत की आठवीं सबसे बड़ी नदी जिसकी लंबाई लगभग 900 किलोमीटर है। सिहवा रायपुर छत्तीसगढ़ से शुरू होके अंत में बंगाल की खाड़ी में विलीन हो जाती है।
प्राचीन ग्रंथो में भी इसका ज़िक्र आपको देखने को मिलता है। पैरी नदी इसकी सहायक नदी है जो वृन्दानकगढ़ जमींदारी से निकलके महानदी से मील जाती है।
प्राचीन समय में यातायात का साधन हुआ करती थी, लोग नाव के ज़रिए यातायात करते थे। इस नदी के साथ धार्मिक, व्यावसायिक और सांस्कृतिक महत्व देखने को मिलता है।
कावेरी नदी(Kaveri River)

कावेरी नदी भारत की नौवी सबसे लंबी नदी है। कावेरी नदी की लंबाई 805 किलोमीटर है। इस नदी के ज़्यादातर जल का उपयोग पीने में और सिंचाई में देखने को मिलता है।
देखा जाए तो कावेरी भारत के तमिलनाडु राज्य की सबसे लंबी नदी है। दक्षिण की गंगा कहे जाने वाली ये नदी पश्चिमी घाट के ब्रह्मगिरी पर्वत से निकल के भारत के पूर्वी घाट के पास बंगाल की खाड़ी में जाकर विलीन हो जाती है।
कावेरी नदी पर एक बांध भी है जिसे प्राचीन कल्लानई बांध के नाम से जाना जाता है।
ताप्ती नदी(Tapi River)

अंत में ताप्ती नदी भारत की दसवी सबसे लंबी नदी है। अगर लंबाई की बात करे तो वो लगभग 724 किलोमीटर है जो तीन भारत के राज्यों में से गुजराती है।
यह मध्य प्रदेश राज्य से होते हुए पर्वतप्रक्षेपों के मध्य से पश्चिम की ओर बहती हुई महाराष्ट्र और सूरत के मैदान को पार करती हुई गुजरात की खम्भात की खाड़ी, अरब सागर में विलीन हो जाती है।
इस नदी के किनारे पर गुजरात का सूरत, नासिक, भुसावल, जलगांव, बुरहानपुर और अमरावती जैसे शहर बसे हुए हैं।
ये नादिया हमारे जीवन में बहोत उपयोगी है। लोगों के सामान्य जीवन में कुछ इस प्रकार का प्रभाव पड़ता है।
- प्राचीन काल से नादिया आस्था का प्रतीक रही है और हमारे देश में नदियों को “माँ” का स्थान दिया गया है।
- ये नादिया भारत के किसानो को सिंचाई करने के लिए जल प्रदान करती है। नदियों में से बांध और नहेर की मदद से किसानो तक पानी पोहचाया जाता है।
- काफ़ी लोग इन नदियों के कारण अपना जीवन चला रहे है,एसा हम इसलिए कह रहे हाई क्योंकि नदियों में मछलीया होती है और लोग उसे निकले के अपना जीवन चलाते है।
- नदियों से यातायात करना बहोत सरल होता है और उसके लिया अच्छा साधन माना गया है।
- नादिया में बांध बना कर विजली उत्पन करने में भी बहोत मदद करती है।
आपने द्वारा पूछे गए कुछ सवाल(FAQ)
भारत में कुल कितनी नदियाँ है?
अगर देखा जाए तो कुल मिला कर भारत छोटी-बड़ी 200 से ज़्यादा नादिया है।
गंगा नदी की लंबाई कितनी है?
गंगा नदी की कुल लंबाई 2,525 किलोमीटर है परंतु उसमें से 2,071 किलोमीटर का भाग ही भारत में है बाक़ी का भाग बांग्लादेश में है।
मध्य प्रदेश की जीवन रेखा किस नदी को कहा जाता है?
नर्मदा नदी के कृषि और अन्य क्षेत्र में उसके योगदान के लिया मध्य प्रदेश की जीवन रेखा कहा जाता है।
दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी कौन सी है?
गोदावरी दक्षिण भारत की सबसे लंबी नदी है। जिसकी लंबाई 1,465 किलोमीटर है।
समीक्षा
ये थी भारत की 10 सबसे लंबी नादिया। हर नदी का अपने-आप में बहोत महत्व है। ये भारत की महत्वपूर्ण नादिया है और मानव जीवन, कृषि क्षेत्र में भी बहोत उपयोगी है। गंगा नदी भारत की सबसे लम्बी नदी है। हमारी पवित्र नादिया पदूषित हो रही है तो यूज़ साफ़ रखना भी हमारी ज़िम्मेदारी है।
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